Ishan Kishan: एक छोटे शहर से IPL स्टार तक का सफर, ईशान किशन ने हिला दिया मैदान, Ishan Kishan: विवादों से IPL में बवंडर तक, अपनी खुद की एकेडमी को ‘पावरहाउस’ बनाकर ईशान किशन ने की धुआंधार वापसी, Ishan Kishan ने IPL 18 के पहले ही मैच में शतक से कोहराम मचा दिया, Contract छिना, टीम से बाहर हुए, Ishan Kishan: एक छोटे शहर से IPL स्टार तक का सफर, ईशान किशन ने हिला दिया मैदान ने IPL 2025 में यूं हीं नहीं उड़ाए चौके-छक्के, पीछे थी ऐसी शानदार तैयारी |
IPL 2025 में धमाकेदार वापसी
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए टाटा आईपीएल 2025 के पहले मैच में ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाते हुए राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ महज 45 गेंदों में शतक जड़कर साबित कर दिया कि वह जुनून के साथ वापसी कर चुके हैं।

हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में उन्होंने 11 चौके और 6 छक्कों की मदद से नाबाद 107 रन बनाए, जिससे SRH ने 200+ का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
यह पारी न सिर्फ उनके करियर का सबसे तेज़ शतक थी, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि बीते 18 महीनों में BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट और टीम इंडिया से बाहर होने के बावजूद उनका आत्मविश्वास डगमगाया नहीं है।
ईशान किशन के बचपन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
26 वर्षीय ईशान किशन का जन्म 18 जुलाई 1998 को बिहार के नवादा जिले में हुआ था। उनके पिता, प्रणव कुमार पांडे, एक बिल्डर हैं, जबकि माता, सुचित्रा सिंह, गृहिणी हैं।
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जब ईशान महज 7 साल के थे, तभी परिवार पटना शिफ्ट हो गया। यहीं उनके बड़े भाई राज किशन ने उनकी क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना और उसे निखारने का फैसला किया।
राज खुद बिहार की स्टेट लेवल टीम के लिए क्रिकेट खेल चुके थे, इसलिए उन्होंने ईशान को कोचिंग देनी शुरू की।
घर की छत पर टेनिस बॉल से खेलते हुए शुरू हुआ यह सफर आज इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म तक पहुंच चुका है।
ईशान किशन के पढ़ाई vs क्रिकेट: बचपन का संघर्ष
ईशान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना के दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) से पूरी की, लेकिन किताबों से ज्यादा उनका मन पिच पर लगता था।
वह अक्सर स्कूल बंक करके क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए निकल जाते थे। इसके बाद उन्होंने पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com) की डिग्री हासिल की, लेकिन उनका फोकस हमेशा क्रिकेट पर ही रहा।

उनके कोच और टीचर्स ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए इसकी अनुमति दे दी, क्योंकि वह जानते थे कि यह लड़का कुछ बड़ा करने वाला है।
ईशान किशन के घरेलू क्रिकेट में कदम और चुनौतियाँ
बिहार में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण ईशान को अपने करियर के लिए झारखंड का रुख करना पड़ा। 2015 में, महज 16 साल की उम्र में, उन्होंने झारखंड की तरफ से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।
उसी साल, उन्होंने अंडर-19 टीम के लिए धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए 2016 के अंडर-19 विश्व कप में भारत की कप्तानी की।
इस टूर्नामेंट में उन्होंने 73.60 के औसत से 273 रन बनाए, जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे।
आईपीएल: गुजरात से मुंबई तक का सफर ईशान किशन का
ईशान का आईपीएल सफर 2016 में गुजरात लायंस (GL) के साथ शुरू हुआ, जहां उन्हें महज 35 लाख रुपये में खरीदा गया।
हालांकि, 2017 में GL के आईपीएल से बाहर होने के बाद 2018 में मुंबई इंडियंस (MI) ने उन्हें 6.2 करोड़ रुपये में नीलामी में चुना।
यहीं से उनकी जिंदगी बदल गई। MI के साथ उन्होंने 2020 और 2023 में दो आईपीएल टाइटल जीते। 2022 के मेगा ऑक्शन में MI ने उन्हें 15.25 करोड़ रुपये में रिटेन किया, जो उस समय IPL इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा भारतीय खिलाड़ी डील था।
ईशान किशन का 2024-25: SRH के साथ नई शुरुआत
2025 के मेगा ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने ईशान को 11.25 करोड़ रुपये में खरीदा।
यह फैसला SRH की ‘आक्रामक बल्लेबाजी’ की रणनीति के अनुरूप था। उनके डेब्यू मैच में ही 45 गेंदों का शतक इस बात का सबूत था कि वह टीम के लिए परफेक्ट फिट हैं।
SRH के हेड कोच डेनियल वेट्टोरी ने कहा, “ईशान की एनर्जी और इंटेंट हमारी प्लेइंग XI को नया डायमेंशन देती है।”
टीम इंडिया में उतार-चढ़ाव
ईशान ने 2021 में टीम इंडिया के लिए T20 और ODI डेब्यू किया, लेकिन 2023 के बाद फॉर्म की गिरावट और मानसिक थकान के कारण उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया।
हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हुए रणजी ट्रॉफी 2024 में 5 मैचों में 612 रन बनाए। इस प्रदर्शन ने उन्हें वापसी का रास्ता दिखाया।
ईशान किशन के स्टाइल ऑफ प्ले: गेम चेंजर
ईशान की बल्लेबाजी की खासियत उनकी स्ट्राइक रोटेशन और पावर-हिटिंग का कॉम्बिनेशन है।
वह पावरप्ले में 150+ स्ट्राइक रेट के साथ आक्रमण करते हैं और स्पिनर्स के खिलाफ उनकी स्वीप और पुल शॉट्स प्रभावी हैं।
साथ ही, वह एक कुशल विकेटकीपर भी हैं, जिससे टीम को एक्स्ट्रा फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है।
ईशान किशन का पर्सनल लाइफ और इंस्पिरेशन
ईशान अपने परिवार, खासकर भाई राज को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।
उनकी मां सुचित्रा अक्सर मैचों में उनके लिए प्रार्थना करती नजर आती हैं। शौक की बात करें तो उन्हें गाने सुनना और बाइकिंग करना पसंद है।
ईशान किशन के भविष्य की योजनाएं
अपने करियर के अगले चरण में ईशान टीम इंडिया में वापसी और टेस्ट क्रिकेट में जगह बनाना चाहते हैं। वह विराट कोहली और एमएस धोनी की तरह कंसिस्टेंट परफॉर्मर बनने की चाहत रखते हैं।
निष्कर्ष
ईशान किशन की कहानी सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि जुनून, लगन और परिवार के समर्थन की मिसाल है।
एक छोटे शहर का लड़का जिसने संसाधनों की कमी को अपनी मेहनत से पछाड़कर बड़े मंच पर अपनी पहचान बनाई, वह युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। जैसा कि उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, “मैं हारने से नहीं, कोशिश न करने से डरता हूं।”
FAQ
IPL 2025 में ईशान किशन ने SRH के लिए क्या शानदार उपलब्धि हासिल की?
उन्होंने SRH की ओर से पहले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 45 गेंदों में नाबाद 107 रन (11 चौके, 6 छक्के) बनाकर अपना सबसे तेज़ शतक जड़ा।
इस पारी से SRH ने 200+ का स्कोर खड़ा किया।
ईशान के बचपन और परिवार के बारे में क्या खास है?
उनका जन्म बिहार के नवादा में हुआ, और 7 साल की उम्र में पटना शिफ्ट हुए।
पिता प्रणव कुमार बिल्डर हैं, माँ सुचित्रा गृहिणी।
बड़े भाई राज ने उनकी क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना और कोचिंग दी।
Ishan Kishan अपने पढ़ाई और क्रिकेट के बीच कैसे संतुलन बनाया?
वह स्कूल बंक करके प्रैक्टिस करते थे। DPS पटना से पढ़ाई की, और बाद में B.Com किया, लेकिन फोकस हमेशा क्रिकेट पर रहा।
शिक्षकों ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए समर्थन दिया।
Ishan Kishan का घरेलू क्रिकेट में उनका सफर कैसा रहा?
संसाधनों की कमी के कारण झारखंड टीम से जुड़े।
16 साल की उम्र में 2015 में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।
2016 अंडर-19 विश्व कप में भारत की कप्तानी करते हुए 273 रन बनाए।
Ishan Kishan की आईपीएल(IPL) करियर की बड़ी घटनाएँ क्या हैं?
2016: गुजरात लायंस (35 लाख रुपये में खरीदे गए)।
2018: मुंबई इंडियंस ने 6.2 करोड़ में खरीदा।
2020 और 2023: MI के साथ दो आईपीएल टाइटल जीते।
2025: SRH ने 11.25 करोड़ में नीलामी में चुना।
Ishan Kishan के टीम इंडिया से बाहर होने का कारण और वापसी कैसे हुई?
2023 में फॉर्म गिरने और मानसिक थकान के कारण सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हुए।
2024 की रणजी ट्रॉफी में 5 मैचों में 612 रन बनाकर वापसी का रास्ता तैयार किया।
Ishan Kishan की बल्लेबाजी की क्या खासियत है?
पावरप्ले में 150+ स्ट्राइक रेट, स्पिनर्स के खिलाफ स्वीप और पुल शॉट्स प्रभावी।
साथ ही, विकेटकीपिंग से टीम को लचीलापन मिलता है।
Ishan Kishan अपने व्यक्तिगत जीवन में किसे मानते हैं प्रेरणास्रोत?
परिवार, खासकर भाई राज को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।
माँ मैचों में उनके लिए प्रार्थना करती हैं। शौक में गाने सुनना और बाइकिंग पसंद है।
Ishan Kishan का भविष्य में क्या लक्ष्य हैं?
टीम इंडिया में स्थायी वापसी, टेस्ट क्रिकेट में जगह बनाना, और कोहली-धोनी की तरह कंसिस्टेंट परफॉर्मर बनना चाहते हैं।
Ishan Kishan का सफलता का मूल मंत्र क्या है?
Ishan Kishan ने कहा “मैं हारने से नहीं, कोशिश न करने से डरता हूं।” यह जुनून और मेहनत पर उनके विश्वास को दर्शाता है।